Khubsurat Aunty per shayari | खुबसूरत आंटी पर शायरी


Khubsurat Aunty per shayari | खुबसूरत आंटी पर शायरी

1.नशा है होशियार रहना चाहता हूँ

 मैं उस के ख़्वाब में बेदार रहना चाहता हूँ

ये मौज-ए-ताज़ा मेरी तिश्नगी का वहम सही

मैं इस सराब में सरशार रहना चाहता हूँ।


2.चंद फाँसले हों दरमियाँ ये भी लाज़मी है

डरता हूँ अगर नज़दीकियाँ बढ़ गई तो

कहीं मोहब्बत ना हो जाए शख़्सियत से तेरी!


3.लाखों में इंतिख़ाब के क़ाबिल बना दिया

जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया

पहले कहाँ ये नाज़ थे, ये इश्वा-ओ-अदा

दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया।

 

4.जज़्बात मचलते हैं जब तुमसे मिलता हूँ

अरमान मचलते हैं जब तुमसे मिलता हूँ

साथ हम दोनों का कोई बर्दाश्त नहीं करता

जलती है देख कर दुनिया जब मैं तुमसे मिलता हूँ।


5.कब उनके लबों से इज़हार होगा

दिल के किसी कोने में हमारे लिए भी प्यार होगा

गुज़र रही हैं अब तो यह रातें बस इसी सोच में

कि शायद उनको भी हमारा इंतज़ार होगा।


6.तू महक बन कर मुझ से गुलाबों में मिला कर

जिसे छू कर मैं महसूस कर सकूँ

तू मस्ती की तरह मुझ से शराबों में मिला कर

मैं भी इंसान हूँ, डर मुझ को भी है बहक जाने का

इस वास्ते तू मुझ से हिजाबों में मिला कर।


7.आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते

होंठों से हम कुछ कह नहीं सकते

कैसे बयाँ करें हम यह हाल-ए-दिल आपको

कि तुम्हीं हो जिसके बगैर हम रह नहीं सकते।


 8.न आज लुत्फ़ कर इतना कि कल गुज़र न सके

वह रात जो कि तेरे गेसुओं की रात नहीं

यह आरजू भी बड़ी चीज़ है मगर हमदम

विसाले यार फकत आरजू की बात नहीं।


9.करते हैं हम तुमसे मोहब्बत

हमारी खता यह माफ़ करना

है अगर बदनाम मोहब्बत हमारी

तुम प्यार को बदनाम मत करना।


Khubsurat Aunty Ke Liye Shayari

10.जज़्बात मचलते हैं जब तुमसे मिलता हूँ

अरमान मचलते हैं जब तुमसे मिलता हूँ

साथ हम दोनों का कोई बर्दाश्त नहीं करता

जलती है देख कर दुनिया जब मैं तुमसे मिलता हूँ।


11.लाखों में इंतिख़ाब के क़ाबिल बना दिया

जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया

पहले कहाँ ये नाज़ थे, ये इश्वा-ओ-अदा

दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया।


12.तू महक बन कर मुझ से गुलाबों में मिला कर

जिसे छू कर मैं महसूस कर सकूँ

तू मस्ती की तरह मुझ से शराबों में मिला कर

मैं भी इंसान हूँ, डर मुझ को भी है बहक जाने का

इस वास्ते तू मुझ से हिजाबों में मिला कर।


13.आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते

होंठों से हम कुछ कह नहीं सकते

कैसे बयाँ करें हम यह हाल-ए-दिल आपको

कि तुम्हीं हो जिसके बगैर हम रह नहीं सकते।


14.न आज लुत्फ़ कर इतना कि कल गुज़र न सके

वह रात जो कि तेरे गेसुओं की रात नहीं

यह आरजू भी बड़ी चीज़ है मगर हमदम

विसाले यार फकत आरजू की बात नहीं।

 

15.चाहतों ने किया मुझ पे ऐसा असर

जहाँ देखूं मैं देखूं तुझे हमसफ़र

मेरी खामोशियाँ भी जुबान बन गयी

मेरी बेचैनियां इश्क़ की दास्तान बन गयी।


16.ना मैं ख्याल में तेरे ना मैं गुमान में हूँ

यकीन दिल को नहीं है कि इस जहान में हूँ

खुदाया रखियेगा दुनिया में सरफ़राज़ मुझे

मैं पहले इश्क़ के, पहले इम्तिहान में हूँ।

 

17.आप को देख कर यह निगाह रुक जाएगी

ख़ामोशी अब हर बात कह जाएगी

पढ़ लो अब इन आँखों में अपनी मोहब्बत

कसम से सारी कायनात इसे सुनने को थम जाएगी।


18.रूठी हो अगर ज़िंदगी तो मना लेंगे हम

मिले जो गम अगर वो भी सह लेंगे हम

बस आप रहना हमेशा साथ हमारे तो

निकलते हुए आँसुओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम।


19.यूँ नज़रों से आपने बात की और दिल चुरा ले गए

हम तो समझे थे अजनबी आपको

पर दे कर बस एक मुस्कुराहट अपनी

आप तो हमें अपना बना गए।


आंटी को पटाने के लिए स्पेशल शायरियां

20.सिर्फ नज़र से जलाते हो आग चाहत की

जलाकर क्यों बुझाते हो आग चाहत की

सर्द रातों में भी तपन का एहसास रहे

हवा देकर बढ़ाते हो आग चाहत की।


21.इश्क़ में हर लम्हा ख़ुशी का एहसास बन जाता है

दीदार-ए-यार भी खुदा का दीदार बन जाता है

जब होता है नशा मोहब्बत का

तो अक्सर आईना भी ख्वाब बन जाता है।


22.इत्तेफ़ाक़ से यह हादसा हुआ है

चाहत से मेरा वास्ता हुआ है

दूर रह कर बड़ा बेताब था दिल

पास आ कर भी हाल बुरा हुआ है।


23.खुदा भी मांगे ये दिल तो निकाल देंगे

अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो

तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।


24.मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही;

अब रातों को जागना अच्छा लगता है;

मुझे नहीं मालूम वो मेरी किस्मत में है या नहीं;

मगर उसे खुदा से माँगना अच्छा लगता है।


25.कैसे कहूँ कि अपना बना लो मुझे;

बाहों में अपनी समा लो मुझे;

बिन तुम्हारे एक पल भी कटता नहीं;

आ कर एक बार मुझ से चुरा लो मुझे।


26.तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम!

बस यही एक वादा निभा पायेगें हम!

मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन!

तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम!

 

27.मुहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं!

प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं!

मुद्दतें बीत जाती हैं किसी के इंतज़ार में!

ये सिर्फ पल-दो-पल का काम नहीं!

 

28.जब कोई ख्याल दिल से टकराता है!

दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है!

कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!

कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!


29.वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे!

दुनिया में हम खुश नसीब होंगे!

दूर से जब इतना याद करते है आपको!

क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?


Aunty Ko Patane Ke Liye Shayari

30.बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो!

मंजिल को पाने की कसक रहने दो!

आप चाहे रहो नज़रों से दूर!

पर मेरी आँखों में अपनी एक झलक रहने दो!


31.उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको!


खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको!

हम तो कुछ देने के काबिल नहीं है!

देने वाला हज़ार खुशिया दे आपको!


32.गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया!

इस उलझन ने चैन से जीने न दिया!

थक के जब सितारों से पनाह ली!

नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!

 

33.दिल को था आपका बेसबरी से इंतजार!

पलके भी थी आपकी एक झलक को बेकरार!

आपके आने से आयी है कुछ ऐसी बहार!

कि दिल बस मांगे आपके लिये खुशियाँ बेशुमार!

 

34.कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है!

कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है!

पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से, तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है।

 

35.कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा;

खुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा;

इश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगे;

कि इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा।


36.हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता!

हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता!

तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके!

सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता!

 

37.क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है!

एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!

लगने लगते है अपने भी पराये!

और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!

 

38.हम रूठे तो किसके भरोसे!

कौन है जो आयेगा हमे मनाने के लिए!

हो सकता है तरस आ भी जाये आपको!

पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये!

 

39.हमारा हर लम्हा चुरा लिया आपने!

आँखों को एक चाँद दिखा दिया आपने!

हमें ज़िन्दगी तो दी किसी और ने!

पर प्यार इतना देकर जीना सिखा दिया आपने!


आंटी की खुबसूरती पर शायरियां

40.आँखों में तेरी डूब जाने को दिल चाहता है!

इश्क में तेरे बर्बाद होने को दिल चाहता है!

कोई संभाले मुझे, बहक रहे है मेरे कदम!

वफ़ा में तेरी मर जाने को दिल चाहता है!


41.इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए!

कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए!

आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था!

आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए!

 

42.किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं !

किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं ! 

गुनाह हो यह ज़माने की नज़र में तो क्या !

ज़माने वाले कोई खुदा तो नहीं !

 

43.किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है?

जो नहीं मिल सकता उसी से मुहब्बत क्यों है?

कितने खायें है धोखे इन राहों में!

फिर भी दिल को उसी का इंतजार क्यों है?

 

44.कभी किसी से प्यार मत करना!

हो जाये तो इंकार मत करना!

चल सको तो चलना उस राह पर!

वरना किसी की ज़िन्दगी ख़राब मत करना!

 

45.प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता!

ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता!

दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की!

उस के बिना जिया नहीं जा सकता!


46.माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये!

एक बार जी के तो देखो हमारे लिये!

दिल की क्या औकात आपके सामने!

हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!

 

47.उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ!

सामने न सही पर आस-पास हूँ!

पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे!

मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ!

 

48.मोहब्बत ऐसी थी कि उनको दिखाई न दी!

चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी!

चाहते नहीं थे उनसे दूर होना पर!

दुरिया इतनी थी कि मिटाई न गयी!

 

49.प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता!

ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता!

दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की!

उसके बिना जिया नहीं जा सकता!

 

50.इस से पहले कि दिलो में नफरत जागे!

आओ एक शाम मोहब्बत में बिता दी जाये!

करके कुछ मोहब्बत की बातें!

इस शाम की मस्ती बड़ा दी जाये!


51.देखो मेरी आँखों में ख्बाब किसका है!

देखो मेरे दिल में तूफ़ान किसका है!

तुम कहते हो मेरे दिल के रास्ते से कोई नहीं गुज़रा!

तो फिर यह पैरों के निशान किसके हैं!


Aunty Ki Tareef Me Shayari

52.न कोई सुबह है और न कोई शाम है!

हर लम्हा आपका ही नाम है!

इससे मजाक मत समझ लेना!

यह हमारी तरफ से प्यार का पैगाम है!

 

53.बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे!

बड़ी दुआओं से पाया है तुझे!

तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे!

किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे!

 

54.कभी-कभी ऐसा भी होता है!

प्यार का असर जरा देर से होता है!

आपको लगता है हम कुछ नहीं सोचते आपके बारे में!

पर हमारी हर बात में आपका ही जिक्र होता है

 

55.फिजा में महकती एक शाम हो तुम!

प्यार में छलकता जाम हो तुम!

सीने में छुपाये फिरते है हम याद तुम्हारी!

मेरी ज़िन्दगी का दूसरा नाम हो तुम!


56.अगर तुम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता!

तुम्हारे चहरे को कमल कौन कहता!

यह तो करिश्मा है मोहब्बत का!

वरना पत्थर को ताज महल कौन कहता!

 

57.तुम्हारे नाम को होंठों पर सजाया है मैंने!

तुम्हारी रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने!

दुनिया आपको ढूंढते ढूंढते हो जायेगी पागल!

दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने!

 

58.मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम!

यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा!

मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी!

कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा!

 

59.जब तक तुम्हें न देखूं!

दिल को करार नहीं आता!

अगर किसी गैर के साथ देखूं!

तो फिर सहा नहीं जाता!

 

60.इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं!

गम - ऐ - जुदाई से सब डरते हैं

हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत!

हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं!

 

61.दिल की धड़कन और मेरी सदा है वो;

मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है वो;

चाहा है उसे चाहत से बड़ कर;

मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है वो!

 

62.तुम मुझे मौका तो दो ऐतबार बनाने का;

थक जाओगे मेरी वफाओं के साथ चलते चलते!

 

63.आज असमान के तारों ने मुझे पूछ लिया;

क्या तुम्हें अब भी इंतज़ार है उसके लौट आने का!

मैंने मुस्कुराकर कहा;

तुम लौट आने की बात करते हो;

मुझे तो अब भी यकीन नहीं उसके जाने का!


64.कोई अच्छा लगे तो उनसे प्यार मत करना;

उनके लिए अपनी नींदे बेकार मत करना;

दो दिन तो आएँगे खुशी से मिलने;

तीसरे दिन कहेंगे इंतज़ार मत करना!


Aunty Ki Khubsurati Per Shayari

65.कृष्ण ने राधा से पूछा: ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ?राधा ने मुस्कुराके कहा, `बस मेरे नसीब में`!


66.माना आज उन्हें हमारा कोई ख़याल नहीं;

जवाब देने को हम राज़ी है, पर कोई सवाल नहीं!

पूछो उनके दिल से क्या हम उनके यार नहीं;

क्या हमसे मिलने को वो बेकरार नहीं!


67.रेत पर नाम कभी लिखते नहीं;

रेत पर नाम कभी टिकते नहीं;

लोग कहते है कि हम पत्थर दिल हैं;

लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं!


68.महोब्बत और नफरत सब मिल चुके हैं मुझे;

मैं अब तकरीबन मुकम्मल हो चोका हूँ!


69.इश्क के रिश्ते कितने अजीब होते है?

दूर रहकर भी कितने करीब होते है;

मेरी बर्बादी का गम न करो;

ये तो अपने अपने नसीब होते हैं!

 

70.वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं! जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते!

 

71.चहरे पर हंसी छा जाती है!

आँखों में सुरूर आ जाता है!

जब तुम मुझे अपना कहते हो,

अपने पर गुरुर आ जाता है!


72.बिन देखे तेरी तस्‍वीर बना सकते हैं

बिन मिले तेरा हाल बना सकते है

हमारे प्‍यार में इतना दम है की

तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं

 

73.दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं

कैसे कहे कि तुमसे प्‍यार नहीं

कुछ तो कसूर है आपकी आखों का

हम अकेले तो गुनहगार नहीं

 

74.आपकों प्‍यार करने से डर लगता है

आपकों खोने से डर लगता है

कहीं आखों से गुम ना हो जाये याद

अब रात में सोने से डर लगता है

 

75.बहुत खूब सूरत है आखै तुम्हारी

इन्हें बना दो किस्मत हमारी

हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ

अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी

 

76.आँखों में हया हो तो पर्दा दिल का ही काफी है 
“फ़राज़”नहीं तो नकाबों से भी होते हैं इशारे मोहब्बत के।

77.उम्र की राह में जज्बात बदल जाते है वक़्त की आंधी में हालात बदल जाते है सोचता हूँ कि काम कर-कर के रिकॉर्ड तोड़ दूँपर ऑफिस आते आते ख़यालात बदल जाते है।

78.आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते होंठों से हम कुछ कह नहीं सकते कैसे बयाँ करें हम यह हाल-ए-दिल आपको कि तुम्हीं हो जिसके बगैर हम रह नहीं सकते

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