जीभ नहीं है फिर भी बोले, पैर नहीं पर जंग में डोले। राजा-रंक सभी को भाता, जब आता है खुशियां लाता।

50 Latest Paheli in Hindi with Answer  (50 ज्ञानवर्धक हिंदी पहेलियां

मनोरंजन, मानसिक सजगता एव निरीक्षण क्षमता के विकास का एक सहज व प्रभावशाली साधन है। खेल में बच्चों और बड़ो की ज्ञानवर्द्धि, इन 50 Hindi Paheli के माध्यम से हो जाती है स्वस्थ एव प्रभावी ज्ञानवर्धक का अनमोल खजाना  50 Hindi Paheli, Hindi Riddles, Hindi Puzzles with Answer, सभी Hindi Paheli के उत्तर उसी Hindi Paheli के निचे लिखित है… 

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Riddle #1 

चार पांव पर चल न पाऊं, बिना हिलाए न हिल पाऊं।

फिर भी सब को दें आराम, बोलो क्या है मेरा नाम?

–चारपाई

Riddle #2

बड़ों-बड़ों को राह दिखाऊं, कान पकड़कर उन्हें पढ़ाऊं।

साथ में उनकी नाक दबाऊं, फिर भी मैं अच्छा कहलाऊं।

–चश्मा

Riddle #3

सबसे महंगा पशु हूं बतलाओ मेरा नाम।

–रेस का घोड़ा

 Riddle #4

गोल-गोल हूं, गेंद नहीं, लाल-लाल हूं, फूल नहीं।

आता हूं खाने के काम, मटर है या फिर टमटम नाम।

–टमाटर

Riddle #5

जीभ नहीं है फिर भी बोले, पैर नहीं पर जंग में डोले।

राजा-रंक सभी को भाता, जब आता है खुशियां लाता।

–रुपया

Riddle #6

केरल से आया टिंगू काला, चार कान और टोपी वाला।

–लोंग

Riddle #7

छोटा सा धागा, बात ले भागा।

–टेलीफ़ोन

Riddle #8

बेशक न हो हाथ में हाथ, जीता है वो आपके साथ।

–साया

Riddle #9

सूट हरा है, टाई लाल। बोलू-सबको करूं निहाल।

–तोता

Riddle #10

एक परी है पतली दुबली, काला मुकुट पहनती।

मुकुट गंवाकर करे उजाला, खुद अंधकार में रहती।

–माचिस की तीली

Riddle #11

आसमान में उड़े पेड़ पर घोंसला न बनाए।

तूफान से डरे रहने को, धरती पर आ जाए।

–हवाई जहाज

Riddle #12

सात रंग की एक चटाई, बारिश में देती दिखलाई।

–इंदरधनुस

Riddle #13

एक लाठी की अजब कहानी, उसके भीतर मीठा पानी।

उस लाठी में गांठे-दस, जो चाहे वो, पीले रस।

–गन्ना

Riddle #14

जादू के डंडे को देखो, न तेल न पानी।।

पलक झपकते तुरंत रोशनी सभी ओर फैलानी।

–ट्यूबलाइट

Riddle #15

एक पैर है, काली धोती, सर्दी में हरदम है सोती।

सावन में रोती रहती है, गर्मी में छाया है होती।

–छतरी

Riddle #16

आता है तो फूल खिलाता, पक्षी गाते गाना।

सभी को जीवन देता है, पर उसके पास न जाना।

–सूरज

Riddle #17

हरं घर से मैं नजर हूं आता, सब बच्चों को खूब हूं भाता।

दूर का हूं लगता मामा, रूप बदलता पर मन भाता।।

–चन्द्रमा

Riddle #18

चार खड़े, दो अड़े, दो पड़े, एक-एक के मुंह में दो-दो पड़े।

–खाट

Riddle #19

एक जानवर ऐसा, जिसकी दुम पर पैसा।

–मोर

Riddle #20

वो सबके आगे-आगे सब उसके पीछे भागे।

गोल-गोल, प्यारा-प्यारा, रुके नहीं सरपट भागे।

–रुपया

Riddle #21

वहां भी हूं, यहां भी मैं, इधर भी हूं, उधर भी हूं।

नजर मैं आ नहीं सकती किसी को भी जिधर भी हूं।

कर कोशिश अगर जबरन तो आंखें बन्द हो जाएं।

अगर मैं मिल न पाऊं तो सभी बेमौत मर जाएं।

–हवा

Riddle #22

कभी रहूं तेरे पीछे, कभी चलू तेरे आगे।

मुझको कभी न पकड़ सके, तू चाहे जितना भागे।

फिर भी हर पल साथ तेरे, फिर भले हाथ में हाथ न हो,

अंधियारे से डरती हूं, बस उजियाले में मन लागे।

–परछाई

Riddle #23

वाणी में गुण बहुत हैं, पर मुझसे अच्छा कौन?

सारे झगड़ों को टालू-बतलाओ मैं कौन ?

–मौन

Riddle #24

गोल-गोल मैं घूम रही, गोल-गोल काटू चक्कर।

सब कहते मुझको माता, फिर भी रखें कदमों पर।

–धरती

Riddle #25

कॉलगेट सी, मौत हूं मैं, नशेबाज की सौत हूं मैं।

जो फंस गया मेरे जादू में, आ गया मौत के काबू में।

–स्मैक

Riddle #26

कोई कहे मुझको आंसू, कोई कहे मुझको मोती।

सरिसर्प मुझे चाट लेटे, मैं जब भी पत्तों पर होती।

–ओस

Riddle #27

गागर में जैसे सागर, वैसे मैं मटके के अंदर। ।

जटा जूट और बेढंगा, ऊपर काला अंदर गोरा।

पानी हूं मीठा ठंडा, रहता हूं लम्बे पेड़ों पर।

–नारियल

Riddle #28

शर्ट, कोट, कुर्ता, कमीज सब मुझसे शोभा पाते।

ना हूं मैं तो तन पर कपड़े धारण न कर पाते।

–बटन

Riddle #29

चार पैर रखती हूं, लेकिन कहीं न जाती हूं।

ऑफिस हो या हो संसद, हर जगह फसादकराती हूं।

–कुर्सी

Riddle #30

दुनिया के कोने-कोने का घर बैठे कर लो दर्शन।

दूर-पास की सैर कराता, बिना यान, मोटर या रेल।।

मुझको कहते ‘बुहू बक्सा’ ऐसा भी है मेरा खेल।

मनोरंजन, शिक्षा, पिक्चर, गाना, खेल भरे मेरे अंदर।

–दूरदर्श

Riddle #31

घर की रखवाली करता हूं बिना लिए लाठी-तलवार।

जब तुम जाते चले कहीं, मैं झट बन जाता–पहरेदार।

–ताला

Riddle #32

लकड़ी का एक किला है भैया, चार कुएं हैं-बिन पानी।

उसमें बैठे चोर अट्ठारह, संग लिए-एक रानी।

एक दरोगा-भारी भरकम, सब चोरों को मारे।

रानी को भी कुएं में डाल, खूब करे मनमानी।

–केरम

Riddle #33

घर हैं चौंसठ, बत्तीस हम, सोलह सफेद, काले सोलह।

आठ-आठ अफसर दोनों, आठ-आठ सेवक हैं साथ।

श्याम-श्वेत से वर्गों में खूब लड़े और दे दें मात ।

–सतरंज के मोहरे

Riddle #34

कठोर हूं पर पहाड़ नहीं, जल है मगर समुद्र नहीं।

जटाएं हैं पर योगी नहीं, मीठा है मगर गुड़ नहीं।

–नारियल

Riddle #35

रक्त से सना हूं, दो अक्षर का नाम है।

बहादुर के पहले, जवाहर के बाद, यह मेरी पहचान है।

–लाल

Riddle #36

इचक दाना बीचक दाना, दाने ऊपर दाना।

छज्जे ऊपर मोर नाचे, लड़का है दीवाना।।

–अनार

Riddle #37

अश्व की सवारी, भाला ले भारी।

घास की रोटी खाई, जारी रखी लड़ाई।

–राणाप्रताप

Riddle #38

देकर एक झटका, फांसी पर लटका।

इन्कलाब का शोला, जिंदाबाद बोला।

–भगत सिंह

Riddle #39

खादी को पहना, और अहिंसा को पूजा।

फिर भी लाठी हाथ में रखी, पिता बना दूजा।

–महात्मा गांधी

Riddle #40

गर्मी में लगती है अच्छी, सर्दी में नहीं भाती।

दो अक्षर की हाथ न आती, तन से हूं टकराती।

–हवा

Riddle #41

उड़ता है पर पक्षी नहीं, ताकतवर हैं उसके अंग।

सर्दी हो या गर्मी यह रहता है सदा मस्त मलंग।

–हवाई जहाज

Riddle #42

एक अनोखी लकड़ी देखी, जिसमें छिपी मिठाई ।

बच्चों जल्दी नाम बताकर जी भर करो चुसाई।

–गन्ना

Riddle #43

मुंह पर रखे अपना हाथ, बोला करती है दिन रात।

जब हो जाती बन्द जबान, लोग ऐंठते उसके कान।

–घड़ी

Riddle #44

कान ऐंठने पर मैं चलता, सब के घर में रहता।

सर्दी, गर्मी हो या वर्षा, हर दिन ठंडक सहता।

–नलका

Riddle #45

एक अनोखा पक्षी देखा, तालाब किनारे रहता।

चोंच सुनहरी जगमग करती, दुम से पानी पीता।

–दिये की बाती

Riddle #46

जिसने घर में खुशी मनाई, मुझे बांध कर करी पिटाई।

मैं जितनी चीखी-चिल्लाई उतनी ही कस कर मार लगाई।

–ढोलक

Riddle #47

बोटी-बोटी करूं सरे आम, गली-कूचों में मैं बदनाम।

दो अक्षर का नाम मेरा, रोज पड़े दुनिया को काम।

–चाकू

Riddle #48

पानी पीकर हवा उगलता, गरमी में आता हूं काम।

सर्दी में मेरा नाम न लेना, अब बतला दो मेरा नाम ।

–कूलर

Riddle #49

तीन पैर की चम्पा रानी रोज नहाने जाती।

दाल भात का स्वाद न जाने, कच्चा आटा खाती।।

–चकला

Riddle #50

पानी से निकाला दरख्त एक, पात नहीं पर डाल अनेक।

उस दरख्ते की ठंडी छाया, नीचे कोई बैठ न पाया।

–फवारा


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