Motivational shayari | मोटिवेशनल शायरी | प्रेरणादायक शायरी

(1) हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते,
हर तकलीफ़ में ताकत की दवा देते हैं।
(2) फासला नजरों का धोखा भी तो हो सकता है,
कोई मिले या ना मिले हाथ बढ़ा कर देखो।
(3) वाक़िफ़ कहाँ ज़माना हमारी उड़ान से,
वो और थे जो हार गए आसमान से।
(4) आँधियों में भी जो जलता हुआ मिल जाएगा,
उस दीये से पूछना, मेरा पता मिल जाएगा।
(5) हार तब होती है जब मान लिया जाये
जीत तब होती है जब ठान लिया जाये।
(6) डर मुझे भी लगा फासला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर।
(7) नहीं चल पायेगा वो एक पग भी,
भले बैसाखियाँ सोने की दे दो,
सहारे की जिसे आदत पड़ी हो,
उसे हिम्मत खड़े होने की दे दो।
(8) ग़म न कर जिंदगी बहुत बड़ी है,
यह महफ़िल तेरे लिए ही सजी है,
बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख,
तकदीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है।
(9) जो फकीरी मिजाज रखते हैं
वो ठोकरों में ताज रखते हैं,
जिनको कल की फ़िक्र नहीं
वो मुठ्ठी में आज रखते हैं।
(10) होंटों पे हँसी पाँव में छाले होंगे
ख्वाब हकीकत में बदल जायेंगे
मुस्कुराना सीख ले
मगर ठहरा नहीं हूँ मैं
(11) न पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है,
अभी तो सफर का इरादा किया है,
न हारुंगा हौसला उमर भर,
ये मैंने खुद से वादा किया है।
(12) जीत की ख़ातिर बस जूनून चाहिए,
जिसमें उबाल हो ऐसा खून चाहिए,
ये आसमां भी आ जाएगा ज़मीं पर ,
बस इरादों में जीत की गूँज चाहिए।
(13) जो यक़ीं के राह पर चल पड़े,
उन्हें मंज़िलों ने पनाह दी,
जिन्हे वस्वसों ने डरा दिया,
वो कदम-कदम पर बहक गए।
(14) बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ से पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
(15) मुश्किलों से कह दो उलझा न करे हम से,
हर हालात में जीने का हुनर आता है हमें।
(16) तू रख यकीन बस अपने इरादों पर,
तेरी हार तेरे हौसलों से तो बड़ी नहीं होगी।
(17) हौसलों पर अपने जो ऐतबार करते हैं उन्हें,
मंज़िलें खुद पते बताती हैं रास्ते इंतज़ार करते हैं।
(18) तू रख यकीन बस अपने इरादों पर,
तेरी हार तेरे हौसलों से तो बड़ी नहीं होगी।
(19) मुश्किलों से कह दो उलझा न करे हम से,
हर हालात में जीने का हुनर आता है हमें।
(20) हौसलों पर अपने जो ऐतबार करते हैं उन्हें,
मंज़िलें खुद पते बताती हैं रास्ते इंतज़ार करते हैं।
(21) वो लड़ेंगे क्या कि जो खुद पर फ़िदा हैं,
हम लड़ेंगे... हम ख़ुदाओं से लड़े हैं।
(22) दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत,
यह एक चिराग कई आँधियों पे भारी है।
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